वो अहसास भी क्या अजब था बिन छुए भी तेरा छूना ग़ज़ब था। वो अहसास भी क्या अजब था बिन छुए भी तेरा छूना ग़ज़ब था।
हमें खो कर कहोगे , तुम याद आते हो। हम सुनेंगे कैसे कि , तुम याद आते हो। हमें खो कर कहोगे , तुम याद आते हो। हम सुनेंगे कैसे कि , तुम याद आते हो।
तुम अबके लौटे हो मगर, तो ओढ़ लाये हो तिरंगा। इन तीन रंगों के आगे, सब श्रृंगार फ़ीका पड़ ग तुम अबके लौटे हो मगर, तो ओढ़ लाये हो तिरंगा। इन तीन रंगों के आगे, सब श्रृंगार ...
जाने क्यों चुप है और रहेंगे अभी हमने एहसास को ब्यापार बना डाला है। जाने क्यों चुप है और रहेंगे अभी हमने एहसास को ब्यापार बना डाला है।
कभी कभी,आते जाते हुये मौसमों में शरीर का भी मौसम आ जाता है। कभी कभी,आते जाते हुये मौसमों में शरीर का भी मौसम आ जाता है।
टुकड़े टुकड़े कर दो भले जिस्म के हमारे, हर टुकड़े में भारत की तस्वीर दिखाया करते हैं। टुकड़े टुकड़े कर दो भले जिस्म के हमारे, हर टुकड़े में भारत की तस्वीर दिखाया क...